बिरसा मुंडा ने तीर कमान से किया अंग्रेजी हुकुमत का सामना।
सीहोर। अंग्रेजी हुकुमत में गोलियों के सामने अंग्रेजों के तीर कमान से छक्के छुड़ाने वाले आदिवासियों के महानायक स्वतंत्रता संग्राम सैनानी बिरसा मुंडा की १४४ वीं जयंती शुक्रवार को अम्बेडकर नगर में मनाई गई।
कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेस उपाध्यक्ष डॉ अनीस खान ने कहा की बिरसा मुंडा ने २५ वर्ष की उम्र में जंगल में रहने वाले गरीब आदिवासियों का नेतृत्व कर अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी आदिवासी उन्हे भगवान मानते थे। कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष नरेंद्र खंगराले ने बताया की अंग्रेजो के खिलाफ आजादी की लडाई में उन्होने अहम भूमिका निभाई थी उन्होने आदिवासी जनजीवन अस्मिता एवं अस्तिव को बचाने के लिए लम्बा एवं कड़ा संघर्ष किया। वह महान धर्म नायक तथा प्रभारी समाज सुधारक थे। कांग्रेस सेवादल के जिला उपाध्यक्ष डॉ जितेंद्र चंद्रवंशी ने कहा की बिरसा मुंडा के सामाजिक न्याय आदिवासी संस्कृति एवं राष्ट्रीय आंदोलन में उनके अनुठे एवं विलक्षण योगदान के लिए न केवल आदिवासी जीवन बल्की संपूर्ण मानव जाति सदा उनकी श्रणी रहेगी। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में पधारे डॉ नंदकिशौर राजपूत,एवं मध्य प्रदेश एंटी करप्शन के राज्य सचिव जितेंद्र सिंह,कार्यक्रम का संचालन सेवादल कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष मांगीलाल टिमरई ने किया एवं अंत में आभार व्यक्त समाजसेवी रतन बकोरिया के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से दीपक सोनकर, कमल किशौर जाटव, किंतु वर्मा, दीपक चंद्रवंशी, धमेंद्र वर्मा, हरिओम वर्मा आदि लोग उपस्थित रहे ! सीहोर से जितेंद्र सिंह की रिपोर्ट