भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कांग्रेस सरकार को बताया किसान विरोधी।
कृषि और किसान कल्याण के मामले में नाकाम और निकम्मी सरकार के विरुद्ध बड़ा आंदोलन करेगी भाजपा।
खरगोन। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार कृषि और किसान कल्याण के मामले में नाकाम और निकम्मी साबित हुई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री व मंत्रियों से लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों से किए कर्जमाफी के वादों व उनकी ज्वलंत समस्याओं को भूलकर तबादला उद्योग में व्यस्त हैं। भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता शीघ्र ही इस किसान विरोधी कमलनाथ सरकार के विरुद्ध बड़ा आंदोलन कर उसे अपना वादा निभाने के लिए मजबूर करेंगे।
सोमवार को यह बात भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुदर्शन गुप्ता ने खरगोन जिला कार्यालय पर पत्रकारों से चर्चा में कही।
भाजपा जिला मीडिया प्रभारी प्रकाश भावसार ने बताया इस दौरान पूर्व सीसीबी अध्यक्ष रणजीतसिंह डंडीर, जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मण इंगले, जिला मंत्री दिलीप जोशी, कार्यालय मंत्री हेमराजसिंह पाटीदार, पूर्व जिला मीडिया प्रभारी मोहन जायसवाल, महापौर परिषद सदस्य इंदौर अश्विनी शुक्ला आदि उपस्थित थे। गुप्ता ने कमलनाथ सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कांग्रेस सरकार एक वर्ष बाद भी कर्जमाफी का वचन पूरा नहीं कर पाई है। करीब 25 प्रतिशत किसानों का कर्ज माफ कर कमलनाथ निश्चिंत होकर बैठ गए हैं। जबकि तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव की सभाओं में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर मात्र 10 दिन में सभी किसानों का दो लाख रुपए तक का सहकारी व राष्ट्रीयकृत बैंकों का चालू एवं कालातीत कर्ज माफ करने का वादा किया था। साथ ही सरकार बनते ही 10 दिन में कर्ज माफी न होने पर मुख्यमंत्री बदलने की बात कही थी। सरकार बनने के 11 माह बाद भी किसानों का पूरा कर्ज माफ नहीं हुआ और न ही मुख्यमंत्री बदले गए। कांग्रेस ने वचन पत्र में जीरो प्रतिशत ब्याज योजना का वास्तविक लाभ देने का वचन दिया था। खरीफ ऋण की ड्यू-डेट 31 दिसंबर तक करेंगे का वादा किया था, लेकिन ऐसा अभी तक नहीं किया। किसानों को कालातीत घोषित कर ब्याज सहित कर्ज की वसूली की जा रही है तथा किसानों को सहकारी एवं राष्ट्रीयकृत बैंकों से पुनः ऋण वितरण भी नहीं हो पा रहा है। वित्त पोषण नहीं होने से किसानों का काम प्रभावित हो रहा है। गुप्ता ने कहा कांग्रेस ने चुनाव में दो लाख की कर्जमाफी का वादा किया था तो उसके लिए धन का प्रावधान क्यों नहीं किया गया था। बात-बात पर केंद्र सरकार को कोसने वाली मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार ने सीधे-सीधे किसानों को धोखा दिया है। वर्तमान में बैंक व सहकारी समिति के कर्ज तथा ओलावृष्टि व अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई न होने पर किसान आत्महत्या कर रहे हैं। शीघ्र ही कांग्रेस की किसान विरोधी सरकार के खिलाफ भाजपा बड़ा आंदोलन करेगी। .पत्रकारवार्ता का संचालन मीडिया प्रभारी भावसार ने किया व आभार कार्यालय मंत्री पाटीदार ने माना।
संकट में शिगुफेबाजी कर रहे हैं कमलनाथ
प्रदेश उपाध्यक्ष गुप्ता ने कहा प्रदेश के 52 जिलों में से 32 जिलों में अतिवर्षा से आई बाढ़ से हजारों घर बह गए, मवेशी, गाय, भैंस आदि हजारों की संख्या में बहकर मर गए। किसानों के घरों में रखी सोयाबीन, गेहूं, सरसों, लहसुन, चना आदि उपज नष्ट हो गई। घरों में ऐसी तबाही हुई की सिर छुपाने की जगह नहीं बची। मुख्यमंत्री, मंत्री प्रभावित गांवों में समय पर नहीं पहुंचे। सरकार आपदा प्रबंधन में पूर्ण रूप से नाकाम रही हैं। मप्र की कांग्रेस सरकार अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त फसलों का निर्धारित मापदंडों के अनुसार विधिवत आंकलन कर आज दिनांक तक कोई रिपोर्ट जमा नहीं की गई। अनुमानित आंकड़ों के बल पर ही मात्र शिगुफेबाजी करने का कार्य हुआ है। वहीं दूसरी ओर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने मप्र के किसानों के प्रति अपनी संवेदनशील रवैया रखते हुए किसानों को राहत देने के लिए एक हजार करोड़ रुपए की राशि प्रदेश सरकार को दी है। प्रदेश सरकार बताए कि यह राशि कितने किसानों को वितरित की गई है। गुप्ता ने पूछा क्या प्रदेश सरकार ने आपदा प्रबंधन का जो करोड़ों रुपया था उसका उपयोग ट्रांसफर, उद्योग के भत्तों में अर्थात मंत्रियों के बंगलों, गाड़ी की चमक-दमक में खर्च कर दिया है।
न गेहूं का बोनस मिला न धान की खरीदी की
प्रदेश उपाध्यक्ष गुप्ता ने कहा जब प्रदेश में हमारी सरकार थी तब गेहूं पर 200 रुपए प्रति क्विंटल अतिरिक्त देने के साथ-साथ सालभर में लगभग 33 हजार करोड़ रुपया मप्र के किसानों को बिना केंद्र की मदद के दिया था तो फिर कमलनाथ सरकार किसानों की फसल की सामान्य खरीदी करने में भी धन का रोना क्यों रो रही है। कमलनाथ सरकार ने पिछले साल गेहूं के समर्थन मूल्य में 160 रुपया प्रति क्विंटल अतिरिक्त राशि देने का वादा किया था। धोखेबाज सरकार ने आज तक वह राशि किसानों को नहीं दी है। गुप्ता ने यूरिया संकट के लिए निकम्मी और संवेदनहीन कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा आज यूरिया मांगने पर किसानों को पुलिस के डंडे मिल रहे हैं। किसान ब्लैक में यूरिया खरीदने पर मजबूर हो रहे हैं। भाजपा की शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार के यूरिया खाद पहले से स्टॉक कर किसानों को समय से पूर्व उपलब्ध कराया जाता था। कांग्रेस सरकार करप्शन, कालाबाजारी और कुशासन का प्रतीक बनकर किसानों के संकट का कारण बन गई है। गुप्ता ने धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी की ना व्यवस्था और ना ही मंशा होने पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा मजबूरन किसान समर्थन मूल्य से नीचे अपनी उपज बेचने पर मजबूर हो रहे हैं। कांग्रेस ने वचन पत्र में 12 घंटे बिजली देने का वादा किया था जिसे आज तक नहीं निभाया है।
किसान की बीमा राशि कर्ज में जमा की - रणजीत सिंह डंडीर
पत्रकारों से चर्चा में पूर्व सीसीबी अध्यक्ष रणजीतसिंह डंडीर ने बताया कि करीब आठ माह पूर्व कसरावद तहसील में बैंक की बामंदी शाखा अंतर्गत बलकवाड़ा सेवा सहकारी समिति के रामपुरा निवासी ऋणी कृषक फुदिया पिता कास्या भिलाला की आकस्मिक मृत्यु हो गई थी। मृतक किसान को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की घोषणानुसार अब तक ऋणमाफी का लाभ नहीं मिला है। मृत्यु उपरांत समिति के समूह बीमा के रूप में उसे 70 हजार रुपए स्वीकृत हुए। सहकारी समिति ने किसान पर 70 हजार 339 रुपए का कर्ज बताकर बीमा राशि के 70 हजार रुपए उसके ऋण खाते में जमा कर लिए। परिजन के अनुसार मृतक किसान पर अब भी 339 रुपए कर्ज शेष बताया जा रहा है। डंडीर ने उक्त धोखाधड़ी पर कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को घेरते हुए गरीब किसान परिवार को कर्जमाफी का लाभ देने व सभी किसानों से किया वादा निभाने की मांग की है।