मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के गांव घोसला में( शासन लाखों रुपए व्यय करती हैं किन्तु अ कर्म्णय जवाबदारो के कारण इमारतों का सद्पयोग नहीं होता है और देखते ही देखते खंडहर में तब्दील हो जाती हैं,इसकी वजह ग्राम पंचायतों पर नियंत्रण रखने वाले सबसे बड़े जवाबदार हैं,, जिन्हें चाय-पानी और जेब खर्च से अधिक कोई सरोकार नहीं है,,,)
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महिला शौचालय में लगा रहता हैं ताला, महिला होती रहती हैं परेशान |
नागू वर्मा उज्जैन 8817298143
स्वर्णिम भारत NEWS घोंसला:-उज्जैन जिले के महिदपुर जनपद पंचायत की बड़ी पंचायतों में शुमार ग्राम पंचायत घोंसला में लाखों रुपये ख़र्च कर सुलभ शौचालय का निर्माण किया गया हैं,जो जवाबदारो के कारण अनोपयोगी होकर खण्डर बनने को मजबूर हैं । ग्राम पंचायत भवन और सेवा सहकारी संस्था केंद्र के बिच बना सुलभ शौचालय पर ग्राम पंचायत के जवाबदारों ने ताला डाल दिया है । जबकि ग्राम पंचायत के द्वारा यात्रियों तथा वाहन चालकों की सुविधा हेतु लाखों रुपए खर्च कर मुख्य चौराहे के पास नवीन बस स्टैंड पंडित दीनदयाल उपाध्याय बस स्टेण्ड नाम से निर्माण किया गया तथा यहाँ सप्ताह में दो बार हाट बाजार प्रति सोमवार मवेशी हाट व प्रति बुधवार को दैनिक वस्तुओं का हाट संचालन किया जाता हैं, जिसमे आसपास के ग्रामों व अन्य जिलों के व्यापारी एवं ग्रामीण आते हैं जो ग्राम पंचायत का आय का मुख्य हैं । बावजूद इसके सार्वजनिक शौचालय पर ताला लटकाकर महिलाओं के लिये मजबूरी पैदा कर दी गई हैं यह असहनीय होकर महिलाओं को मजबूरन खुलें में ही बैठना पड़ता है तो फिर सार्वजनिक शौचालय होने का क्या मतलब है?
आस पास मे भी 500 मीटर के दायरे में कोई सार्वजनिक शौचालय नहीं है। जिसके चलते हर यात्री को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि बस स्टैंड के अंदर बने सुलभ कांपलेक्स में पुरुषों के लिए संपूर्ण सुविधा युक्त बने शौचालय का उपयोग मजबूरन महिला यात्रियों को भी करना पड़ रहा है । वजह मात्र महिला सुलभ शौचालय में एक लंबे अरसे से ताला लगा होने के कारण मजबूरन महिलाओं को इस प्रकार से शर्म का सामना करते हुए शौच करना पढ़ रहा है । कभी-कभी तो पुरुषों की कतार लगी होने के कारण महिलाएं शर्म वश मुंह छुपा कर अपनी प्रतीक्षा करती हैं । मजबूरन यात्रियों को खुले आम शौच करना पड़ रहा है । इस ओर ग्राम पंचायत का ध्यान आकर्षण करने के लिए स्थानीय ग्रामीणों एवं बस स्टेंड में संचालित कर रहे दुकान संचालकों ने प्रयास किया किंतु ग्राम पंचायत अपनी मनमानी कर महिलाओं को परेशान करने में लगी हुई है । एक ओर जहां प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान राज्य की महिलाओं, बालिकाओं के प्रति सम्मानजनक योजनाओं का लाभ दे रहे हैं, वहीं ग्राम पंचायत उनका अपमान करने में लगी हुई है । बस स्टैंड से पल-पल पर दो राज्यों व चार जिला मुख्यालय के लिए यात्रियों का आना-जाना बना रहता है तथा यात्रि सफर तय करते है ऐसी स्थिति में यहां पर अच्छी सुलभ व सुंदर सुलभ शौचालय की व्यवस्था कि जाना आवश्यक है ।
जिम्मेदारो का यह कहना:-
"मै ग्राम पंचायत से चर्चा कर मामले को देखता हूँ" (रामचंद्र सिलोदिया, पूर्व प्रशासक व पंचायत समन्यव अधिकारी और निरीक्षक/नियंत्रक)
जिम्मेदारो का यह कहना:-
"शौचालय सभी चालू है रमेश" (शर्मा, पंचायत सचिव घोंसला)
आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि घोसला में सप्ताह में दो बाजार लगते हैं उसमें आसपास की कहीं महिला हॉट बाजार करने आती है लाखों रुपए का बस स्टैंड बनाया जिसमें महिलाओं के लिए कोई सुविधा नहीं है महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है शौचालय जाने के लिए इधर-उधर भटकती रहती है या तो महिला को पेट्रोल पंप पर जाना पड़ता है या फिर पुरुष शौचालय महिला को मजबूरन जाना पड़ता शौच है ग्राम पंचायत घोसला में कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करवाना चाहती इस और ग्राम पंचायत का कोई ध्यान नहीं है ग्राम पंचायत की अनदेखी होने से यात्रियों विशेष रूप से महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पटेल नगर में बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर पर बावड़ी की छत धंसी।